एक शाम तारों के नाम, शनिवार, जनवरी 25

आप लोग गए थे क्या एक शाम तारों के नाम शनिवार को क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र भोपाल में।

मैं तो गया था। कुछ छोटे मोटे से इवेंट्स हुई थी। तारों के ऊपर एक हवा वाले गुब्बारे में बिठा कर कुछ बताया गया था। भीड़ होने की वजह से जो अंत में सबसे अच्छा वाला प्रोग्राम था, टेलीस्कोप से प्लेनेट्स देखने वाला, वो मैने नहीं देखा। आप लोगों में से भी कोई आया था। शायद सीढ़ियों के पास दो लोग बात भी कर रहे थे रेडिट के बारे में। मैं लेकिन थोड़ा शर्मीला होने के कारण आप लोगों से बात नहीं कर पाया।

जिन महिला ने तारों के बारे में प्रेजेंटेशन दी, उस गुब्बारे के अंदर, उनकी आवाज बेहद सुंदर, बेहद खूबसूरत थी। कायल हो गया मैं उनकी आवाज का।

जो लोग देखने नहीं गए थे, उनके लिए अच्छा होगा कि वो शनिवार को न जाएं, क्योंकि शनिवार को भीड़ ज्यादा रहती है।

हां मुझको एक गिफ्ट भी मिला था।